Social condition during Sultanate Period.
सुल्तानत काल की सामाजिक स्थिति: फैलाव: सुल्तानत काल में, समाज में जाति व्यवस्था एवं वर्ण व्यवस्था का प्रभाव था, जिसके कारण विभाजित समाज की स्थिति मौजूद थी। समाज की व्यावसायिक संरचना: समाज का अधिकांश हिस्सा कृषि पर निर्भर था, हालांकि, शहरों में व्यापार और शिल्प भी महत्वपूर्ण थे। जाति व्यवस्था: समाज को जाति व्यवस्था अनुसार विभाजित किया गया था, जिसमें ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य, और शूद्र थे। समाज में वर्ण व्यवस्था: समाज की वर्ण व्यवस्था में जाति के आधार पर स्थिति तय की जाती थी, जो लोगों को उनके कार्यों और जीवनशैली के आधार पर वर्गीकृत करती थी। शूद्रों की स्थिति: शूद्रों की स्थिति समाज में कमजोर थी, और उन्हें विभिन्न कामों के लिए नियुक्त किया जाता था, जैसे कि खेती, और अन्य अवसरों में काम करना। महिलाओं की स्थिति: महिलाओं की स्थिति भी समाज के लिए परंपरागत और प्रतिबद्ध थी, और उन्हें घरेलू कामों में लगाया जाता था। धर्म और सामाजिक प्रथाओं का प्रभाव: समाज के निर्माण में धार्मिक और सामाजिक प्रथाओं का महत्वपूर्ण योगदान था, जो लोगों के व्यवहार और जीवनशैली को प्रभावित करते थे। Social Conditions durin